चींटी और कबूतर की कहानी | Chiti aur Kabootar ki Kahani

Chiti aur Kabootar ki Kahani: बचपन में हम सभी ने चींटी और कबूतर, शेर और चूहे, खरगोश और कछुआ, चालक लोमड़ी की कहानी आदि बहुत सुनी होगी। उन्हीं में से एक प्रसिद्ध कहानी चींटी और कबूतर की कहानी के बारे में आज हम पढ़ेंगे। इससे कहानी को जानकर आपको बहुत ही अच्छी शिक्षा मिलेगी। तो आए जानते है Ant and Pigeon Story in Hindi के बारे में। 

चींटी और कबूतर की कहानी | Chiti aur Kabootar

तपती दोपहरी में प्यास से बेहाल एक छोटी सी चींटी पानी की तलाश में भटक रही थी। बहुत देर भटकने के बाद उसे एक नदी दिखाई पड़ी और वो ख़ुश होकर नदी की ओर बढ़ने लगी। नदी के किनारे पहुँचकर जब उसने बहता शीतल जल देखा, तो उसकी प्यास और बढ़ गई। वह सीधे नदी में नहीं जा सकती थी। इसलिए किनारे पड़े एक पत्थर पर चढ़कर पानी पीने का प्रयास करने लगी। 

लेकिन इस प्रयास में वह अपना संतुलन खो बैठी और नदी में गिर पड़ी। नदी के पानी में गिरते ही वह तेज धार में बहने लगी। उसे अपनी मृत्यु सामने दिखाई देने लगी। तभी कहीं से एक पत्ता उसके सामने आकर गिरा। किसी तरह वह उस पत्ते पर चढ़ गई। वह पत्ता नदी किनारे स्थित एक पेड़ पर बैठे कबूतर ने फेंका था, जिसने चींटी को पानी में गिरते हुए देख लिया था और उसके प्राण बचाना चाहता था। 

पत्ते से साथ बहते हुए चींटी किनारे पर आ गई और कूदकर सूखी भूमि पर पहुँच गई। कबूतर के निःस्वार्थ भाव से की गई सहायता के कारण चींटी की जान बच पाई थी। वह मन ही मन उसका धन्यवाद करने लगी। इस घटना को कुछ ही दिन बीते थे कि एक दिन कबूतर बहेलिये के द्वारा बिछाये जाल में फंस गया। 

उसने वहाँ से निकलने के लिए बहुत पंख फड़फड़ाये, बहुत ज़ोर लगाया, लेकिन जाल से निकलने में सफल न हो सका। बहेलिये ने जाल उठाया और अपने घर की ओर जाने लगा। कबूतर निःसहाय सा जाल के भीतर कैद था। जब चींटी की नजर जाल में फंसे कबूतर पर पड़ी, तो उसे वह दिन स्मरण हो आया, जब कबूतर ने उसके प्राणों की रक्षा की थी। 

चींटी तुरंत बहेलिये के पास पहुँची और उसके पैर पर जोर-जोर से काटने लगी। बहेलिया दर्द से छटपटाने लगा। जाल पर से उसकी पकड़ ढीली पड़ गई और जाल जमीन पर जा गिरा। कबूतर को जाल से निकलने का अवसर प्राप्त हो चुका था। वह झटपट जाल से निकला और उड़ गया। इस तरह चींटी ने कबूतर के द्वारा किये गये उपकार का फ़ल चुकाया। 

Moral: कर भला, हो भला। 

Also read: शेर और चूहे की कहानी

Also read: चालाक लोमड़ी की कहानी

Also read: खरगोश और कछुआ की कहानी

Also read: प्यासा कौवा की कहानी

FAQs about Chiti aur Kabootar ki Kahani

Q1. कबूतर के स्थान पर आप होते तो चींटी की मदद कैसे करते?

अगर मैं कबूतर के स्थान पर होता तो चींटी की मदद करने के लिए किसी कागज़ के टुकड़े या किसी छोटी लकड़ी या किसी पेड़ के पत्ते का प्रयोग करके उसे नदी से बाहर निकाल लेता। 

Q2. चींटी ने कबूतर को क्या सीख दी?

चींटी ने कबूतर को यह सीख दी कि अगर हम किसी की मुसीबत में मदद करते है। तो आगे चलकर भविष्य में वो हमारी भी मदद करते है। जब हम पर कोई मुसीबत आती है। 

Q3. चींटी को देखकर कबूतर ने क्या किया?

चींटी को देखकर कबूतर ने एक पत्ता फेंका जिससे उसके प्राण बच गए।

Q4. चींटी ने कबूतर को क्यों बचाया?

चींटी ने कबूतर को इसलिए बचाया क्योंकि कबूतर ने उसको पानी में डूबने से बचाया था। 

निष्कर्ष

मैं उम्मीद करता हूँ आपको चींटी और कबूतर की कहानी (Ant and Pigeon Story in Hindi) पसंद आई होगी। अगर आपको The Ant and Pigeon Story पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजियेगा।

Leave a Comment